हैदराबाद;19/07/2025:
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को बताया कि भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात $40 अरब (लगभग ₹3.34 लाख करोड़) के आंकड़े को पार कर गया है। यह पिछले 11 वर्षों में आठ गुना वृद्धि का प्रतीक है और भारत के तकनीकी विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
मुख्य बिंदु
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 40 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर
घरेलू उत्पादन छह गुना बढ़ा
‘मेक इन इंडिया’ और PLI योजना का अहम योगदान
भारत वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की राह पर
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात रचा नया इतिहास
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि भारत ने वर्ष 2024-25 में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में $40 अरब (लगभग ₹3.34 लाख करोड़) का आंकड़ा पार कर लिया है। यह भारत के तकनीकी और औद्योगिक विकास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।
घरेलू उत्पादन में छह गुना वृद्धि
मंत्री वैष्णव ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में छह गुना वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल, प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना, और स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने वाली नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम बताया।
“आज से सिर्फ 8-10 साल पहले भारत में अधिकांश इलेक्ट्रॉनिक्स आयात किए जाते थे। अब भारत एक मजबूत निर्यातक बनकर उभरा है,” — अश्विनी वैष्णव
वैश्विक मांग में भारत की हिस्सेदारी बढ़ी
भारत अब मोबाइल फोन, सेमीकंडक्टर्स, स्मार्ट डिवाइसेस, और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में तेजी से निर्यात बढ़ा रहा है। इनमें से बड़ी मात्रा में निर्यात अमेरिका, यूरोप, मध्य पूर्व और एशिया-पैसिफिक के देशों को हो रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत आने वाले वर्षों में चीन और वियतनाम जैसे देशों को चुनौती देने की स्थिति में होगा, खासकर मोबाइल और सेमीकंडक्टर उद्योग में।
सरकार की रणनीति: आत्मनिर्भर भारत से वैश्विक भारत तक
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही PLI योजना, सेमीकंडक्टर मिशन, डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों ने स्थानीय उत्पादन और कौशल विकास को मजबूती दी है।
सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक भारत इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में $300 अरब के कुल उत्पादन तक पहुँचे।
उद्योग को क्या मिलेगा?
निवेशकों का विश्वास बढ़ा
रोजगार के नए अवसर सृजित
विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी
भारत की वैश्विक तकनीकी प्रतिस्पर्धा में सशक्त मौजूदगी
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र अब केवल आयात पर निर्भर नहीं, बल्कि ग्लोबल सप्लाई चेन में एक प्रमुख खिलाड़ी बन चुका है। $40 अरब का निर्यात आंकड़ा यह दर्शाता है कि भारत अब टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग की वैश्विक राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।