चंडीगढ़, 11/06/2025
पोलिंग अधिकारियों का सही और पेशेवर प्रशिक्षण चुनावों की तैयारी का एक अभिन्न अंग है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पोलिंग कर्मियों को कानून, नियमों और निर्देशों के अनुसार सख्ती से चुनाव कराने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना है। इस उद्देश्य के लिए प्रशिक्षण के दो चरण छोटे समूहों में आयोजित किए जाते हैं ताकि बातचीत के माध्यम से और संदेह दूर करने के लिए पर्याप्त अवसर मिल सके। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भारतीय चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार ईवीएम के उपयोग के बारे में उनकी भूमिका/कर्तव्यों से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता है।
पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी. ने बताया कि 19 जून 2025 को 64-लुधियाना पश्चिमी के उपचुनाव के लिए मतदान कराने हेतु 194 पोलिंग बूथों पर तैनात किए जाने वाले पोलिंग और प्रेज़ाइडिंग अधिकारियों का पहला प्रशिक्षण 04 जून 2025 को खालसा कॉलेज फॉर वुमन के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान 1552 पोलिंग कर्मियों को सुबह 09:00 बजे और दोपहर 02:00 बजे दो शिफ्टों में प्रशिक्षण दिया गया।
ईवीएम के उपयोग के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में, प्रत्येक प्रेज़ाइडिंग अधिकारी/पोलिंग अधिकारी द्वारा विभिन्न मशीनों पर एक मॉक ड्रिल की गई। मॉक ड्रिल वोटिंग में 388 प्रेज़ाइडिंग अधिकारियों ने भाग लिया। मॉक ड्रिल के दौरान, प्रत्येक प्रेज़ाइडिंग अधिकारी ने डमी उम्मीदवारों के लिए ईवीएम में आधार पर कम से कम 100 वोट बे तरतीब डाले। मॉक वोटिंग पूरी होने के बाद प्रेज़ाइडिंग अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से डाले गए वोटों के लिखित रिकॉर्ड की तुलना कंट्रोल यूनिट के इलेक्ट्रॉनिक परिणाम से की और इसके बाद कंट्रोल यूनिट से इलेक्ट्रॉनिक परिणाम की तुलना संबंधित वीवीपैट पर्चियों की गिनती से की गई। डाले गए वोटों के लिखित रिकॉर्ड, ईवीएम के इलेक्ट्रॉनिक परिणाम और वीवीपैट पर्चियों की गिनती में कोई अंतर नहीं पाया गया।
प्रेज़ाइडिंग और पोलिंग अधिकारियों ने इस व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया और पूरी तरह से संतुष्ट होकर ईवीएम मशीनों के प्रदर्शन पर पूरा विश्वास जताया।