चंडीगढ़ 6 फरवरी:
इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट की चंडीगढ़ शाखा के स्टूडेंट्स के लिए आज लगी विलक्षण क्लॉस , उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि भजन सम्राट कन्हैया मित्तल उनके बीच में है और भजन के बजाए जीवन में सफलता का पाठ पढ़ाने आए हैं।
उन्होंने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर और पुष्प चढ़ा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने मोटिवेशनल स्पीच से बच्चों में जोश भरते सफलता का मूल मंत्र दिया। कहा कि सफलता हर किसी के जीवन का लक्ष्य है। जीवन चुनौतियों और अवसरों से भरा है। लेकिन सफलता उन्हीं के हिस्से में आती है जो अवसर को प्राप्त करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए संघर्ष करते हैं। उन्होंने कई उदाहरण देते कहा कि कड़ी मेहनत और समर्पण से उन्होंने सफलता पाई है।
जो सफलता की यात्रा का एकमात्र मंत्र है। उत्साह और कड़ी मेहनत के बिना कोई भी सफलता नहीं मिल सकती है। आज के कार्यक्रम में चार्टर्ड अकाउंटेंट विशाल पुरी, रचित गोयल सहित संस्था के सभी मुख्य चार्टर्ड अकाउंटेंट मौजूद रहे।