बॉलीवुड डेस्क, 24/03/2025
23 मार्च 2025 को सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी लंबी जांच के बाद इस केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। इस रिपोर्ट में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को क्लीन चिट दे दी गई है, जिससे पिछले कई सालों से चल रही अटकलों और विवादों पर आखिरकार एक ठहराव सा आ गया है। यह खबर न सिर्फ सुशांत के फैंस के लिए, बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए भी राहत की सांस लेकर आई है।
हालांकि, कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं।सुशांत सिंह राजपूत, एक प्रतिभाशाली अभिनेता, जिन्होंने ‘काय पो छे’ से लेकर ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ तक कई शानदार फिल्मों से दर्शकों का दिल जीता था, 14 जून 2020 को अपने मुंबई स्थित फ्लैट में मृत पाए गए थे। उनकी मौत को शुरू में आत्महत्या बताया गया, लेकिन जल्द ही यह मामला सनसनीखेज मोड़ ले गया। सोशल मीडिया पर फैंस और कुछ प्रभावशाली लोगों ने इसे हत्या करार देते हुए जांच की मांग की। इस बीच, रिया चक्रवर्ती पर सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने और ड्रग्स से जुड़े गंभीर आरोप लगे। इस विवाद ने न सिर्फ रिया की जिंदगी को प्रभावित किया, बल्कि बॉलीवुड में ड्रग्स और नेपोटिज्म को लेकर भी बड़ी बहस छेड़ दी।
सीबीआई ने इस मामले को अपने हाथ में लिया और करीब चार साल तक गहन जांच की। सबूतों, गवाहों और फोरेंसिक रिपोर्ट्स के आधार पर जांच एजेंसी ने अब निष्कर्ष निकाला है कि रिया के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला। क्लोजर रिपोर्ट में कहा गया है कि सुशांत की मौत आत्महत्या ही थी और इसमें किसी साजिश या बाहरी हस्तक्षेप का कोई प्रमाण नहीं है। रिया, जो इस मामले में मुख्य संदिग्ध बनाई गई थीं और लंबे समय तक कानूनी और सामाजिक दबाव का सामना करती रहीं, अब इस फैसले से मुक्त सांस ले सकती हैं।
सुशांत के फैंस के लिए यह खबर मिली-जुली भावनाएं लेकर आई है। एक तरफ, कुछ लोग इसे सच का खुलासा मान रहे हैं और इसे स्वीकार करने को तैयार हैं, वहीं दूसरी तरफ कई फैंस अभी भी संतुष्ट नहीं हैं। सोशल मीडिया पर #JusticeForSSR ट्रेंड फिर से उभर सकता है, क्योंकि उनके समर्थक मानते हैं कि इस मामले में पूरी सच्चाई सामने नहीं आई है। बॉलीवुड में भी इस फैसले का असर देखने को मिलेगा, क्योंकि यह केस इंडस्ट्री की छवि और आंतरिक राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल चुका है।
रिया के लिए यह एक नई शुरुआत हो सकती है। पिछले कुछ सालों में उन्हें ट्रोलिंग, गिरफ्तारी और करियर के ठहराव से गुजरना पड़ा। अब क्लीन चिट मिलने के बाद उनके लिए इंडस्ट्री में वापसी का रास्ता खुल सकता है। दूसरी ओर, सुशांत की यादें और उनकी फिल्में आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। यह मामला भले ही कानूनी रूप से खत्म हो गया हो, लेकिन भावनात्मक रूप से यह लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहेगा।
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि सुशांत सिंह राजपूत का केस सिर्फ एक मौत की जांच नहीं था, बल्कि यह समाज, मीडिया और सिस्टम के कई पहलुओं का आईना बन गया। अब जब सीबीआई ने अपनी बात रख दी है, तो शायद यह वक्त है कि हम सब इस दुखद अध्याय को पीछे छोड़कर आगे बढ़ें, लेकिन सवाल यह है कि क्या सच वाकई में इतना साफ है, जितना दिखाया जा रहा है?