चंडीगढ़, 10/05/2025
मौजूदा हालातों के मद्देनज़र पंजाब के उच्च शिक्षा मंत्री स हरजोत सिंह बैंस ने सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों को निर्देश दिए हैं कि वे हर पहलू से विद्यार्थियों की सुरक्षा और भलाई को मुख्य रखते हुए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें। आज यहाँ जारी एक प्रेस बयान में स हरजोत सिंह बैंस ने स्पष्ट तौर पर कहा कि शैक्षणिक संस्थान, कैंपस में रहने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा और भलाई को सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी कदम उठाएँ और यदि विद्यार्थी सुरक्षा, आवाजाही या निजी कारणों से कैंपस नहीं छोड़ना चाहते तो उन्हें कैंपस छोड़ने के लिए न कहा जाए और उनके लिए कैंपस में खान-पान, रिहाइश, देखभाल और ज़रूरी सेवाएँ प्रदान करना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को एक पत्र जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि यदि विद्यार्थी परीक्षाओं के लिए कैंपस में नहीं रुकना चाहते तो उन्हें इस संबंध में कैंपस में रुकने के लिए मजबूर न किया जाए और जो विद्यार्थी अपने घर जाना चाहते हैं, उन्हें बिना किसी शैक्षणिक जुर्माने के ऐसा करने की अनुमति दी जाए। पत्र में यह भी कहा गया है कि मौजूदा स्थिति के मद्देनज़र परीक्षाओं को स्थगित करके इसके लिए वैकल्पिक प्रबंध करने को प्राथमिकता दी जाए।
शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों के लिए निर्बाध सहायता को सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा संस्थानों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने और विद्यार्थियों के साथ प्रभावी संचार की सुविधा के लिए हेल्प-डेस्क स्थापित करने के लिए कहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को पेश आने वाली किसी भी तरह की चिंताओं या मुद्दों को तुरंत हल करने के निर्देश दिए।
स हरजोत सिंह बैंस ने इस बात पर ज़ोर दिया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और शैक्षणिक संस्थान इसे सुनिश्चित करने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि सुरक्षा प्रोटोकॉल में किसी भी तरह की कोताही सामने आने पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी और इसके लिए संबंधित शैक्षणिक संस्थान का प्रबंधन व्यक्तिगत तौर पर ज़िम्मेदार होगा।
शिक्षा मंत्री ने सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को इन निर्देशों का तुरंत पालन करने और विद्यार्थियों की सुरक्षा और भलाई को सुनिश्चित करने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।