चंडीगढ़, 5/08/2025
सहकारी बैंकिंग क्षेत्र की तकनीकी प्रगति की ओर एक बड़ा कदम उठाते हुए एस.ए.एस. नगर केंद्रीय सहकारी बैंक और रोपड़ केंद्रीय सहकारी बैंक ने अपने कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (सी.बी.एस.) को फिनेकल 7 से फिनेकल 10 में सफलतापूर्वक अपग्रेड किया है। नाबारड की मदद से हासिल की इस उपलब्धि के साथ पंजाब अपने सहकारी बैंकिंग नेटवर्क में इस महत्वपूर्ण डिजिटल बदलाव को शुरू करने और पूरा करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है।
यह मील का पत्थर सहकारी बैंकों के आधुनिकीकरण, ज़मीनी स्तर पर तेज, सुरक्षित और अधिक ग्राहक-अनुकूल बैंकिंग सेवाएं सुनिश्चित करने की राज्य की बढ़ती प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह प्रगति मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के सक्षम नेतृत्व में प्राप्त की गई है, जिनके डिजिटल परिवर्तन और ग्रामीण सशक्तिकरण पर केंद्रित दृष्टिकोण के चलते ऐसे सुधारों के लिए आवश्यक दिशा और सहयोग प्राप्त हुआ।
यह सफल परिवर्तन सहकारिता के वित्त आयुक्त आलोक शेखर की रणनीतिक अगुवाई और समर्थन से संभव हो पाया है, जिन्होंने इस पहल को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अगुवाई इस परियोजना के लिए सुव्यवस्थित मार्गदर्शन और क्रियान्वयन में अत्यंत महत्त्वपूर्ण रही।
इस डिजिटल विकास के संदर्भ में बोलते हुए वित्त आयुक्त सहकारिता आलोक शेखर ने कहा कि फिनेकल 10 का सफल अपग्रेडेशन तकनीक के माध्यम से ग्रामीण बैंकिंग ढांचे को मज़बूत करने की पंजाब की सुदृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह परिवर्तन सहकारी नेटवर्क में दक्ष, सुरक्षित और पारदर्शी बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने की ओर एक बड़ी छलांग है। इस मील का पत्थर प्राप्त करने में शामिल सभी टीमों को बधाई दी जाती है।
पंजाब राज्य सहकारी बैंक के एम.डी. हरजीत सिंह संधू ने इस बात पर प्रकाश डाला कि फिनेकल 10 में बदलाव सहकारी बैंकों की आई.टी. रीढ़ को मजबूत करने के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित कदम था। उन्होंने कहा कि फिनेकल 10 के साथ अब हमारे बैंक बेहतर ग्राहक सेवा, तेज लेन-देन और मजबूत साइबर सुरक्षा सुविधाओं की पेशकश करने के लिए तैयार हैं। यह अपग्रेडेशन हमें खासतौर पर ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों में हमारे ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में मददगार सिद्ध होगा।
उन्होंने इस महत्वपूर्ण परिवर्तन को सफलतापूर्वक लागू करने में एस.ए.एस. नगर और रोपड़ जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के एम.डी./डी.एम. और आई.टी. टीमों की समर्पित मेहनत और प्रयासों के लिए विशेष तौर पर धन्यवाद किया। उल्लेखनीय है कि अपग्रेडेशन की इस प्रक्रिया के दौरान समुचित समन्वय और क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने में रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं गिरीश दयालान भी सक्रिय रूप से शामिल रहे।
इस परिवर्तन को अब देशभर में सहकारी बैंकिंग सुधारों के लिए एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। इसके साथ ही पंजाब के अन्य सहकारी बैंकों को आगामी महीनों में चरणबद्ध ढंग से फिनेकल 10 में अपग्रेड करने की योजना है। यह पहल पंजाब की सहकारी बैंकिंग प्रणाली में विकास के एक महत्वपूर्ण चरण को दर्शाती है, जिसने इस क्षेत्र में नवाचार, दक्षता और किसान-पक्षीय पहलों के लिए एक राष्ट्रीय मानक स्थापित किया है।