22 मार्च 2024
पीयू झंकार फेस्ट में फर्जी कुटेशन दिखाकर हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ एबीवीपी ने पीयूसीएससी के अध्यक्ष जतिंद्र के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया हाल ही में पंजाब विश्वविद्यालय PUSC में चुनाव जीतकर आए अलग अलग छात्र संगठनों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन्हीं कार्यक्रमों में पीयू का सबसे बड़ा फेस्ट झंकार अब पीयू का सबसे विवादित फेस्ट बन गया है। आज एबीवीपी ने स्टूडेंट सेंटर पर झंकार फेस्ट के नाम पर PUCSC प्रेसिडेंट और उसकी टीम द्वारा फर्जी कुटेशन दिखाकर किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।
हमारे संज्ञान में आया है कि तीन दिनों तक चले झंकार उत्सव के दौरान PUCSC अध्यक्ष जतिंदर सिंह द्वारा बताई गई चीजें जमीन पर कहीं नहीं थीं। वास्तव में उत्सव के पहले दिन PUCSC अध्यक्ष द्वारा बताई गई स्टेज, सोफा सेट, कुर्सियां या लाइटें नहीं थीं। यह विश्वविद्यालय अधिकारियों और उन छात्रों को गुमराह करने का स्पष्ट मामला था, जिनकी मेहनत की कमाई कल्चरल फंड के नाम पर ऐसे उत्सवों के आयोजन में खर्च होती है।
एबीवीपी इकाई अध्यक्ष रजत पुरी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया की “जिस जतिंदर को अनुशासनहीनता और मनमानी करने की वजह से एबीवीपी ने अपने संगठन से बाहर किया था और उसके बाद एनएसयूआई से चुनाव लड़कर वो पीयू का अध्यक्ष बना। आज वहां पर भी इनका असली चेहरा सबके सामने आ गया है। इस पूरे भ्रष्टाचार के मामले के सामने आने के बाद एनएसयूआई के सभी तमाम बड़े नेताओं ने जतिंदर और उसकी टीम से खुद को अलग कर दिया है। इससे यह स्पष्ट होता है की एबीवीपी का इन फर्जी लोगों को निकलने का फैसला बिल्कुल सही था और आज एनएसयूआई भी अपनी गलती का एहसास कर रही है। एबीवीपी पीयू में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी”
एबीवीपी ने एनएसयूआई और पीयूसीएससी अध्यक्ष के इस भ्रष्टाचार का कड़ा विरोध किया है, जो विश्वविद्यालय से धन उगाही करने की कोशिश कर रहे थे। आज के धरना प्रदर्शन के परिणामस्वरूप, डीएसडब्ल्यू ने आश्वासन दिया है कि पीयूसीएससी अध्यक्ष को किसी भी कार्यक्रम के लिए कोई और धन आवंटित नहीं किया जाएगा और साथ ही एक गठित टीम पूरे फेस्ट के खर्चों को देखेगी और उन्हें सार्वजनिक भी किया जाएगा। इसके अलावा, एनएसयूआई द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के प्रयासों पर नजर रखने के लिए एबीवीपी के दो प्रतिनिधियों को भी इस टीम का हिस्सा बनाया जाएगा। एबीवीपी पंजाब विश्वविद्यालय में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी और एनएसयूआई और पीयूसीएससी अध्यक्ष द्वारा किए इस भ्रष्टाचार के कारण झनकार उत्सव विश्वविद्यालय के लिए कलंक की बात बन गया है। एनएसयूआई का एकमात्र उद्देश्य धन उगाही करना है और हम ऐसा किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे। इस तरह के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार के लिए पीयूसीएससी अध्यक्ष को भी अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।