पटियाला, 26/07/2025
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने आज पटियाला जिले के सरकारी स्कूलों के प्रमुखों और शिक्षकों से सीधा संवाद कर शिक्षा विभाग में आ रहे सकारात्मक बदलावों पर चर्चा की। उन्होंने घोषणा की कि प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से जोड़ने के लिए जल्द ही तीसरा बैच फिनलैंड भेजा जाएगा।
संवाद की शुरुआत में सभी उपस्थित लोगों ने राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से हुई 7 मासूम बच्चों की मौत पर दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी।
श्री बैंस ने कहा कि पिछली सरकारों की गलत नीतियों ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया था। पूर्ववर्ती सरकारें केवल ‘ट्रांसफर’ और ‘टेंडर’ जैसे मुद्दों में उलझी रहीं, जबकि मौजूदा सरकार ने ‘टीचर्स’ और ‘स्टूडेंट्स’ की बेहतरी और बुनियादी ढांचे के सुदृढ़ीकरण को अपनी प्राथमिकता बनाया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में स्कूली शिक्षा प्रणाली को देश में सर्वोत्तम बनाने के पीछे शिक्षकों की मेहनत और उनके सुझावों की अहम भूमिका है। सरकार ने हर शिक्षक संगठन की बात को गंभीरता से सुना है और किसी के साथ पक्षपात नहीं किया।
शिक्षा मंत्री, जिनके पास उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण, भाषा विभाग और जनसंपर्क विभाग की भी जिम्मेदारी है, ने कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों को अपने सुझाव और समस्याएं ईमेल के ज़रिये भेजने का आग्रह भी किया, जिससे कोई भी शिक्षक बिना झिझक अपनी बात साझा कर सके।
इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि राज्य सरकार स्कूलों में विद्यार्थियों को नशा मुक्त और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के लिए शिक्षकों के साथ मिलकर नई पहलें शुरू कर रही है। उन्होंने ‘उलीके प्रोग्राम’ जैसी योजनाओं के बारे में भी शिक्षकों को जानकारी दी।
इस अवसर पर नाभा के विधायक श्री गुरदेव सिंह देव मान, एसडीएम पातड़ां अशोक कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी शालू मेहरा और डिप्टी डीईओ डॉ. रविंदरपाल सिंह ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया।
कार्यक्रम में शिक्षकों ने “दुवल्ली संवाद” पहल की सराहना करते हुए इसे राज्य की शिक्षा प्रणाली को देश में नंबर-1 बनाने की दिशा में अहम कदम बताया। शिक्षकों ने विदेश और आईआईएम स्तर पर प्रशिक्षण, मिशन समर्थ, बैग-लेस स्कूल, नशा विरोधी अभियान सहित कई मुद्दों पर अपने सुझाव भी साझा किए।