अमृतसर, 2/10/2025
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन द्वारा एन.सी.सी. की फर्स्ट पंजाब बटालियन के सहयोग से वार मेमोरियल में स्वच्छ भारत अभियान का संदेश देते हुए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके बाद शहर में बड़े स्तर पर श्रमदान की मुहिम चलाई गई। इस अवसर पर भारी संख्या में पहुँचे युवाओं ने श्रमदान से पहले अपने आसपास को स्वच्छ रखने के संबंध में शपथ भी ली।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए सूबेदार गुरनाम सिंह ने कहा कि धर्मग्रंथों में पवन, पानी और धरती की महत्ता का उल्लेख किया गया है, इसलिए हमें एक अच्छे नागरिक होने का प्रमाण देते हुए स्वच्छता को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पॉलीथीन का प्रयोग बंद करके कपड़े के थैलों का इस्तेमाल करने चाहिए।
इस मौके पर एन.सी.सी. अफसर सुखपाल सिंह संधू ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्म दिवस पर स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया गया था। पिछले 11 वर्षों में स्वच्छ भारत एक बड़ा अभियान बन चुका है। इस दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अधिकारी निशा ने बताया कि विकसित देशों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाता है और हमारे देश में भी ऐसी पहल सरकार के साथ-साथ जनता को करनी होगी।
इस अवसर पर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की स्वच्छता कोऑर्डिनेटर मनदीप कौर ने कहा कि चारों ओर स्वच्छता बनाए रखने के लिए हर देशवासी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को सड़कों पर फेंकने की बजाय कूड़ेदान में डालना चाहिए। वहीं स्वच्छता कोऑर्डिनेटर दविंदरजीत कौर ने कहा कि सभी लोगों को गीले और सूखे कचरे में फर्क समझना चाहिए और उसे अलग-अलग रखना चाहिए।
इस कार्यक्रम के तहत वार मेमोरियल से इंडिया गेट तक स्वच्छता का संदेश देते हुए एक रैली भी निकाली गई। साथ ही बड़ी संख्या में जुटे लोगों और विद्यार्थियों ने श्रमदान किया और देश को स्वच्छ रखने का संदेश दिया। इस दौरान श्रमदान में भाग लेने वालों को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट और प्लास्टिक के रीसाइक्लिंग के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुत किए गए नुक्कड़ नाटक ने सभी का ध्यान आकर्षित किया और स्वच्छता को जीवन का हिस्सा बनाने के महत्व को रोचक ढंग से समझाया। कुल मिलाकर भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और इसने इलाका वासियों में स्वच्छता के महत्व के साथ-साथ पर्यावरण की देखभाल का संदेश देते हुए नई ऊर्जा का संचार किया।