लुधियाना, 28 सितम्बर 2024
पंजाब में गरीबों और आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भारत सरकार की आयुष्मान योजना का पंजाब में बंद हो जाना पंजाब सरकार की सबसे बड़ी विफलता है, जिसके परिणामस्वरूप पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर और अस्पतालों में इलाज से वंचित मरीजों और उनकी देखभाल करने वालों से माफी मांगी जानी चाहिए। यह बात भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के महासचिव अनिल सरीन ने लुधियाना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
अनिल सरीन ने दावा किया कि पूरे भारत में आयुष्मान योजना के तहत करोड़ों लोगों को लाभ मिल रहा है, जिससे भारत में रहने वाला हर गरीब और सामान्य व्यक्ति को अपनी गंभीर बीमारियों का महंगा इलाज मुफ्त में करवा रहे है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर, पंजाब सरकार आयुष्मान योजना बंद होने के बावजूद अस्पतालों में इलाज की जरूरत वाले लोगों को छोड़कर केवल राजनीति के लिए केंद्र की मोदी सरकार को इसके लिए जिम्मेवार ठहरा रही है जबकि बीते रोज ही आयुष्मान योजना के तहत 2023-24 तक की बकाया राशि का भुगतान पंजाब सरकार को कर दिया गया है, लेकिन पंजाब सरकार ने अस्पतालों को भुगतान नहीं किया है, जिसके कारण अस्पतालों ने इलाज करना बंद कर दिया है। जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अनिल सरीन ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा आयुष्मान योजना फंड को लेकर दिया गया बयानबाजी झूठी साबित हुई है । उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री समेत उनके मंत्री भी आयुष्मान योजना को लेकर झूठी बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार पिछली कांग्रेस सरकार की तरह केंद्रीय योजनाओं के पैसों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस सरकार पंजाब के पैसे से गांधी परिवार की सेवा करती रही है, उसी तरह पंजाब की आम आदमी पार्टी भी दिल्ली में बैठे अपने आलाकमान अरविंद केजरीवाल के लिए हवाई जहाज के टिकट और अन्य सुख-सुविधाओं के लिए पंजाब सरकार के खजाने से पैसे निकाल रही है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार को पंजाबियों की जिंदगी से खिलवाड़ करना बंद करना चाहिए।