पश्चिम बंगाल, 18/07/2025
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सूरी नगर निगम के वार्ड नंबर 5 में भूमि विवाद के दौरान हसीन जहां और उनकी बेटी अर्शी जहां पर हत्या के प्रयास (Attempt to Murder), आपराधिक साजिश (Criminal Conspiracy), तथा मारपीट (Assault) जैसे गंभीर आरोपों में FIR दर्ज की गई है। FIR दर्ज करने वाली पड़ोसी दालिया खातून ने पुलिस में शिकायत की कि निर्माण कार्य रोकने के विरोध पर हसीन और अर्शी ने उन पर जानलेवा हमला किया ।
वायरल वीडियो में क्या दिखा?
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में हसीन जहां काले टी-शर्ट और जींस पहने दिख रही हैं, जो हाथापाई और धक्का-मुक्की करते हुए सामने आईं। अर्शी जहां भी वीडियो में सक्रिय रूप से दिखाई देती हैं। यह क्लिप तेजी से यूट्यूब, X (ट्विटर), और फेसबुक सहित कई प्लेटफॉर्म पर फैल चुकी है ।
FIR में उल्लेखित धाराएँ
FIR में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं जैसे 126(2), 115(2), 117(2), 109, 351(3), तथा 3(5) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें हत्या की खाई कोशिश, साजिश, और मारपीट शामिल हैं ।
विवाद की जड़: क्यों टकराव हुआ?
शिकायत का आधार है कि विवाद उस भूमि को लेकर हुआ जो कथित तौर पर अर्शी जहां के नाम पर पंजीकृत है। जब हसीन वहाँ निर्माण शुरू कर रही थीं, तब पड़ोसी दालिया खातून ने आपत्ति जताई, जिससे झड़प शुरू हो गई ।
पुलिस जांच और स्थिति
एससी स्पष्ट करते हैं कि फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस आवश्यक फुटेज, गवाहों और साक्ष्यों की जांच कर रही है, और दोनों पक्षों से बयान लिए जा रहे हैं ।
व्यक्तिगत पृष्ठभूमि और कानूनी झगड़ा
हसीन जहां और मोहम्मद शमी का रिश्ता 2014 में विवाह से शुरू हुआ, लेकिन 2018 में घरेलू हिंसा, मैच‑फिक्सिंग और अन्य गंभीर आरोपों के बाद तनावपूर्ण हो गया ।
बीते दिनों कोलकाता उच्च न्यायालय ने शमी को आदेश दिया था कि वह हसीन और उनकी छोटी बेटी आयरा के लिए ₹4 लाख प्रतिमाह भत्ता दें (₹1.5 लाख हसीन के लिए + ₹2.5 लाख आयरा के लिए) ।
मीडिया की प्रतिक्रिया
इस समाचार को लेकर मीडिया और जनता के बीच चर्चा गर्म है। कई ने भूमि विवाद को गहरा आरोप बताया तो कुछ ने परिवार के अंदर चल रहे दिग्भ्रांत कानूनी मामलों पर ध्यान केन्द्रित किया गया। पुलिस की जांच के बावजूद सोशल मीडिया पर केस को लेकर बयानबाजी जारी रही ।
आगे क्या होगा?
जांच की प्रगति पुलिस सामग्री, वीडियो और गवाहों के आधार पर कानूनी सॉलिडिटी पर काम कर रहीं
कानूनी कार्रवाई यदि साक्ष्य मजबूत रहे तो अदालत में चार्जशीट दाखिल होगी; अन्यथा, आरोप जारी रह सकते हैं
सिरमौर राय अदालत के निर्णय और साक्ष्य की गहराई मामले की दिशा तय करेगी
हत्या का आरोप नहीं, बल्कि कोशिश (Attempt to Murder) दर्ज की गई है।
शमी इस FIR में आरोपी नहीं — आरोप केवल हसीन और अर्शी के खिलाफ हैं।
मामला भूमि विवाद पर आधारित है, और वायरल वीडियो ने स्थिति को तेज़ कर दिया।
पुलिस जांच जारी है; गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है।
यह पूरी घटना 16–17 जुलाई में हुई मानी जा रही है, और FIR 18 जुलाई 2025 तक दर्ज हो चुकी रही।