चंडीगढ़ 10 जुलाई 2024
शिरोमणी अकाली दल ने आज पंजाब में कृषि विकास अधिकारियों (एडीओज्) के चयन के लिए प्रश्न पत्र लीक होने की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि आम आदमी पार्टी की सरकार उम्मीदवारों द्वारा लगाए गए आरोपों के बावजूद भर्ती परीक्षा को रदद करने के लिए कोई कार्रवाई नही कर रही है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा,‘‘ छात्रों ने साफ तौर पर कहा है कि कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पेपर लीक करने के लिए 32 लाख रूपये की रिश्वत ली है। उन्होने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री भगवंत मान को ई-मेल किया, यहां कि कि मुख्यमंत्री की पत्नी डाॅ. गुरप्रीत कौर को भी ज्ञापन सौंपा, लेकिन सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई करने से इंकार कर रही है।’’ उन्होने मांग की कि पेपर दोबारा करवाया जाए और तुरंत मामला दर्ज किया जाए।
डाॅ. दलजीत चीमा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि चार साल के अंतराल के बाद 200 एडीओज की भर्ती वाला पेपर लीक हो गया। उन्होने कहा,‘‘ इससे न केवल परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता कम हुई, बल्कि पेपर आयोजित करने वाले पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) में लोगों के विश्वास को भी खत्म हो गया। इससे पहले भी एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए योग्यता के लिए नीट परीक्षा और यूजीसी-नेट परीक्षा सहित कई पेपर लीक हो चुके हैं। यह छात्रों के लिए बहुत बड़ा झटका है और इससे छात्रों में असुरक्षा और अशांति भी पैदा हो सकती है। उन्होने कहा कि आप सरकार को इस मुददे को दबाने की कोशिश करने के बजाय इसे ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होने कहा कि राज्य को आगे बढ़ाने का एकमात्र तरीका योग्यता को पुरस्कृत करना है लेकिन पेपर लीक इसके ठीक विपरीत है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को पेपर लीक की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच का आदेश देना चाहिए और उन सभी लोगों के लिए अनुकरणीय सजा सुनिश्चित करनी चाहिए , जिन्होने छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की है।