श्रीनगर, 29/07/2025
28 जुलाई की सुबह 11 बजे इंटेलीजेंस इनपुट के बाद श्रीनगर स्थित लिडवास के हरवान इलाके में भारतीय सेना की सर्च ऑपरेशन चलाया गया श्रीनगर से 22 किलोमीटर दूर डाचीगाम के नेशनल पार्क के पास आतंकी ठिकाना मिला जिनके पास हथियार और विस्फोटक सामग्री वाले हथियार बरामद हुए हमले की जांच में तीन आतंकियों के नाम सामने आए जिनमें सुलेमान उर्फ आसिफ है जो 22 अप्रैल को बायसन घाटी में हुए हमले में शामिल था इस हमले में आतंकवादियों ने 25 टूरिस्टों सहित एक गाइड को मार दिया था आतंकी आसिफ के साथ जिब्रान और हमजा अफगानी है ये तीनों पाकिस्तानी बताए जा रहे है
चीनी डिवाइस से सेना के हाथ लगी आतंकवादियों की जानकारी
सिक्योरिटी फोर्स को दाचीगाम के जंगलों में कम्युनिकेशन डिवाइस के सिग्नल मिले थे इसी के बाद सेना ने ऑपरेशन महादेव शुरू किया और आतंकियों के साथ 6 घंटे एनकाउंटर के बाद आतंकियों की पहचान को लेकर शाम तक कन्फ्यूजन बना रहा वही रात 8 बजे कश्मीर पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर जानकारी दी की आतंकियों की पहचान की जा रही है क्योंकि पुलिस को आतंकी सुलेमान के नाम पर कन्फ्यूजन था हाशिम मूसा को भी सुलेमान के नाम से जाना जाता है लेकिन एनकाउंटर में मारा गया आतंकी सुलेमान भी हाशिम मूसा का ही साथी था जो पहलगाम हमले में शामिल था हालांकि ऑपरेशन महादेव में मरने वाला हाशिम मूसा है या नहीं इसकी पुष्टि अभी तक सेना ने नहीं की है
घने जंगलों में छिपे बैठे थे आतंकी
श्रीनगर से 22 किलोमीटर दूर दाचीगाम नेशनल पार्क है जिसके आस पास घना जंगल है जहां पर इन आतंकियों ने ठिकाना बना रखा था ये कश्मीर के सबसे घने जंगलों में से एक है जहां कोई आबादी नहीं रहती लेकिन दाचीगाम के नीचे लिडवास और दूसरे छोर पर त्राल के जंगल पड़ते है लेकिन दो हफ्ते पहले आतंकियों के ठिकाने का पता कम्युनिकेशन डिवाइस से लगा था और ऐसे ही सिग्नल बायसन घाटी में मिले थे जिनसे आतंकी आपस में बात करते है
सैटेलाइट कम्युनिकेशन फीचर वाले स्मार्टफोन से पकड़ा आतंकियों का सिग्नल
अल्ट्रा सेट चीनी कंपनी हुवेई बनाती है जो बिल्ट इन सैटेलाइट कम्युनिकेशन फीचर वाले स्मार्टफोन बनाती है ये डिवाइस चीन के सैटेलाइट तियानटांग 1 सैटेलाइट नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए डिजाइन किए गए है जिसे चलाने के लिए चीन की कंपनी के सिमकार्ड और प्लान की जरूरत होती है जिन्हें इमरजेंसी में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया है और इस स्मार्टफोन से कम बैंडविथ वाले वॉयस नोट और टेक्स्ट मैसेज भेजे जा सकते है ज्यादातर चाइनीज कंपनी पाकिस्तानी सेना के लिए ये डिवाइस कस्टमाइज करती है जिसे अल्ट्रा सेट भी कहा जाता है ये बहुत कम सिग्नल पर काम करता है और लोकेशन ट्रेसिंग को मिसलीड करता है लेकिन भारतीय सेना ने आतंकियों के सिग्नल ट्रेस कर उनका एनकाउंटर कर दिया इस ऑपरेशन का नाम महादेव इसी लिए रखा क्योंकि इन जंगलों के पास महादेव नाम के पहाड़ है जिस वजह से इसका नाम ऑपरेशन महादेव रखा है
बारिश में लगाई तरपाल से पकड़े गए आतंकी
जानकारी मुताबिक पिछले तीन चार दिनों से हो रही बारिश की वजह से आतंकवादियों ने लगाई त्रिपाल से उनकी लोकेशन मिलने में आसानी हुई जहां आतंकियों ने तिरपाल लगाया हुआ था वहीं आतंकियों ने खाने पीने का भी पूरा प्रबंध कर रखा था जिससे आतंकियों को ट्रेस करना सेना के लिए आसान हो गया एक्सपर्ट के मुताबिक आतंकियों के हाइडआउट जंगलों में ड्रोन की मदद से ढूंढना आसान है क्योंकि उनकी आवाज नहीं होती जबकि हेलीकॉप्टर की आवाज सुनकर आतंकी छिप जाते थे लेकिन अब बिना आवाज वाले ड्रोन हाई रेजुलुशन वाले कैमरों से हर एंगल को देखते है आतंकी ज्यादातर हरे रंग की तरपाल का इस्तेमाल करते है
ऑपरेशन महादेव के 11 घंटे बेहद खास
रात 2 बजे आतंकियों ने T 82 अल्ट्रासेट कम्युनिकेशन डिवाइस एक्टिवेट की तो सुबह 8 बजे भारतीय सेना की एंटी टेररिस्ट फोर्स राष्ट्रीय रायफल ने आतंकियों को देखने के लिए ड्रोन लॉन्च किया फिर RR जवानों के साथ पैरा कमांडो भी महादेव पहाड़ी पर चढ़ गए और फायरिंग शुरू होते ही पहले राउंड में आतंकियों को गोलियां लगी लेकिन थोड़ी देर तक जब एक आतंकी ने भागने की कोशिश की तो उसको भी ढेर कर दिया गया दोपहर एक बजे तक आतंकियों की तस्वीरें लेकर पहचान करने की शुरुआत हुई 2024 से अब तक दो बार इन जंगलों में आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला लेकिन सेना के पहले सर्च ऑपरेशन में कोई आतंकी नहीं मिला लेकिन दूसरे ऑपरेशन में सेना ने आतंकी को मार गिराया था बता दे त्राल से लेकर महादेव पहाड़ी तक आतंकियों के ज्यादा ठिकाने रहे है
पहलगाम में जान गवाने वाले आदिल के पिता खुश
पहलगाम में आतंकियों ने घुड़सवार सैयद आदिल हुसैन शाह की भी गोली मार कर हत्या कर दी थी आदिल ने आतंकियों से बंदूक छीनने की कोशिश की थी लेकिन आतंकियों ने उसे तीन गोली मार दी और उनके घोड़े पर बैठी एक महिला के पिता को भी मार दिया था लेकिन अब पहलगाम हमले में मारे गए आतंकी की मौत की खबर सुनकर आदिल के पिता ने कहा की वह अब खुश है कि हमला करने वाले आतंकियों के एनकाउंटर हो रहे है