चंडीगढ़ 6 फरवरी: डीएवी कॉलेज में विद्यार्थी परिषद एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा डीएवी दर्पण के सहयोग से *स्वामी विवेकानन्द एवं युवा* विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्री ललित जैन (आईएएस) निदेशक, गृह मंत्रालय (जनगणना) चंडीगढ़ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे और श्री राहुल राणा, राष्ट्रीय सचिव, एबीवीपी विशेष अतिथि थे। प्राचार्या प्रोफेसर रीता जैन एवं डॉ. हरमुनीष तनेजा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि ललित जैन ने अपने संबोधन की शुरुआत प्रसिद्ध उक्ति ‘उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए’ से की। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानन्द ने वेदांत के भारतीय दर्शन को पश्चिमी दुनिया से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आपको अंदर से बाहर तक बढ़ना होगा। कोई तुम्हें सिखा नहीं सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता। उन्होंने उनकी प्रसिद्ध बात साझा की कि आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई अन्य शिक्षक नहीं है। उन्होंने डीएवी कॉलेज के उस अनुभव को भी साझा किया जब वह यहां पढ़ते थे।
कार्यक्रम को युवाओं एवं अन्य अतिथियों ने खूब सराहा। श्री ललित जैन (आईएएस) ने छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और राहुल राणा ने स्वामी विवेकानन्द और उनकी कार्यप्रणाली पर अंतर्दृष्टि प्रदान की। प्रोफेसर रीता जैन ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया और स्वामी विवेकानन्द के जीवन के बारे में बताया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आदित्य तकियार, इकाई अध्यक्ष आर्यन अत्री भी वहां मौजूद रहे। डीएवी छात्र परिषद के महासचिव गौरव रपटा ने पूरी एबीवीपी टीम, कॉलेज स्टाफ और डीएवी दर्पण को धन्यवाद दिया।