चंडीगढ़, 17/09/2025
पंजाब में बीते दिनों में आई भारी बाढ़ के कारण राज्य की 4658 किलोमीटर सड़कों और 68 पुलों को नुकसान हुआ है। यह जानकारी पंजाब के लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने आज विभागीय अधिकारियों के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करने के उपरांत दी। उन्होंने बताया कि राज्य की प्लान रोड्स के अंतर्गत आने वाले 19 पुलों और 1592.76 किलोमीटर मार्ग को नुकसान पहुँचा है। इसके अतिरिक्त आर-वॉल और बी-वॉल 4014.11 मीटर लंबाई तथा 92 कल्वर्ट प्रभावित हुए हैं।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों के अंतर्गत आने वाले 4 पुलों और 49.69 किलोमीटर सड़कों को नुकसान हुआ है। इसके अलावा आर-वॉल और बी-वॉल 2559.5 मीटर लंबाई और 14 कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसी तरह लिंक मार्गों के अंतर्गत आने वाले 45 पुलों और 2357.84 किलोमीटर सड़कों को नुकसान पहुँचा है। साथ ही आर-वॉल और बी-वॉल की 3282 मीटर लंबाई और 376 कल्वर्ट प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा 657.54 किलोमीटर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों को भी क्षति पहुँची है। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त पुलों, सड़कों, आर-वॉल, बी-वॉल और कल्वर्टों की मरम्मत पर 1969.50 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
श्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने बताया कि आज की बैठक के दौरान नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को राज्य की विभिन्न सड़कों की स्थिति को तुरंत सुधारने संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए। इसके अलावा जो परियोजनाएँ अभी पूरी नहीं हुई हैं, उन्हें तेज़ी से पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त लोक निर्माण मंत्री ने अमृतसर-जंडियाला सेक्शन पर पड़ने वाले मल्लिया, टांगरा और दबुरजी में बनाए जा रहे फ्लाईओवर और उससे जुड़ी सर्विस रोड की समय पर मरम्मत न होने के कारण हो रहे हादसों का ज़िक्र करते हुए इस कार्य की जानकारी माँगी और इसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। श्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने इस मौके पर एनएचएआइ अधिकारियों को खरड़ फ्लाईओवर के नीचे लगने वाले जाम की समस्या का हल निकालने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान बाढ़ से हुए नुकसान संबंधी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा 2800 गाँवों में कराए जा रहे ऐप-आधारित सर्वे पर भी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ चर्चा की गई। इस मौके पर विशेष सचिव पीडब्लयू (बी एंड आर) श्रीमती हरगुंजीत कौर, मुख्य अभियंता गगनदीप सिंह, मुख्य अभियंता विजय कुमार चोपड़ा, मुख्य अभियंता रमतेश बैंस, मुख्य अभियंता अनिल गुप्ता, एनएचएआइ रीजनल ऑफिसर राकेश कुमार और श्री असीम बांसल प्रोजेक्ट डायरेक्टर उपस्थित थे।