चंडीगढ़, 04/05/2025
शिरोमणि अकाली दल के पुनरुत्थान के लिए श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा गठित पाँच सदस्यीय भर्ती समिति के सदस्य सरदार मनप्रीत सिंह इयाली और जत्थेदार इकबाल सिंह झूंडा की अगुवाई में एक महत्वपूर्ण बैठक हल्का खरड़ के ब्लॉक माजरी में हुई। इस बैठक में पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी संगत के निमंत्रण पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उपस्थित बड़ी सभा को संबोधित करते हुए सरदार इयाली ने पंजाब से जुड़े मुद्दों की ठोस निगरानी और सख्त पहरेदारी के लिए अपनी क्षेत्रीय राजनीतिक शक्ति को मजबूत करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पुनर्गठन अधिनियम 1966 से लेकर समय-समय की केंद्रीय सरकारों ने पंजाब के अधिकारों को छीना है। हमारे पास न अपनी राजधानी है, न पंजाबी बोलने वाले क्षेत्र हमें दिए गए, हमारी शिक्षा का सर्वोच्च स्थान पंजाब यूनिवर्सिटी से हमारा नियंत्रण कमजोर किया जा चुका है, बीबीएमबी में हमारी स्थायी सदस्यता खत्म की जा चुकी है। इयाली ने क्षेत्रीय पार्टी को मजबूत करने और पंजाब व पंथ के प्रति समर्पित नेतृत्व देने की वकालत करते हुए कहा कि अगर अब भी हम अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आगे नहीं बढ़े, तो आने वाला समय और पीढ़ियाँ हमें माफ नहीं करेंगी। उन्होंने भर्ती के संदर्भ में कहा कि जिस तरह का उत्साह पूरे पंजाब से मिला है, उससे विश्वास है कि पंजाब समर्थक लोग अपनी राजनीतिक शक्ति और अपनी विश्वसनीय नेतृत्व चुनने के लिए मन बना चुके हैं।
इस मौके पर जत्थेदार इकबाल सिंह झूंडा ने पानी के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि आज सभी राजनीतिक दल अपनी खोई हुई राजनीतिक ज़मीन को बचाए रखने के लिए राजनीति कर रहे हैं। सर्वदलीय बैठक में कोई ठोस और साझा बड़ा कार्यक्रम न देना इस बात का प्रमाण है कि राजनीतिक दल केवल पंजाब के मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं। जत्थेदार झूंडा ने स्पष्ट कहा कि बतौर क्षेत्रीय पार्टी के प्रतिनिधि, जहाँ भी राज्य के मुद्दों की रक्षा के लिए आवाज़ उठेगी, वहाँ एकजुट होकर पहरेदारी दी जाएगी, बशर्ते मुद्दों पर किसी पक्ष का राजनीतिक स्वार्थ न हो।
इस वर्कर मीटिंग में संगत के निमंत्रण पर अपने जरूरी व्यस्तताओं को छोड़कर पहुंचे पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंथ और पंजाब के मौजूदा मुद्दों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज पंजाब के साथ अन्याय हो रहा है। आज पंजाब के मुद्दों के लिए आवाज़ उठाने वाला और निगरानी रखने वाला मजबूत नेतृत्व समय की मांग है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पाँच सदस्यीय भर्ती समिति के सदस्यों को उनकी ज़िम्मेदारी का दोबारा एहसास कराते हुए कहा कि आज पंथ और पंजाब समर्थक नेतृत्व का उभार और उत्थान उनकी अहम ज़िम्मेदारी है।
इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रो. चंदूमाजरा ने अपने भाषण के दौरान युवा वर्ग को आगे आकर क्षेत्रीय पार्टी के लिए काम करने का आह्वान किया। पूर्व स्पीकर रवि इंदर सिंह ने अपने संबोधन में जहाँ पंजाब के जलते मुद्दों को उठाया, वहीं उनके समाधान और निगरानी के लिए एकजुटता को पंजाब की ज़रूरत करार दिया। इस मौके पर मिसल सतलुज की ओर से सरदार अजयपाल सिंह बराड़ ने जहाँ आई हुई नेतृत्व का धन्यवाद किया, वहीं यह आशा भी व्यक्त की कि जारी हुकमनामा साहिब का पालन हर पहलू में करते हुए भर्ती समिति के सदस्य पंजाब और पंथ को राजनीतिक नेतृत्व देंगे — एक ऐसा नेतृत्व जो नैतिक आधार खो चुकी वर्तमान नेतृत्व की जगह गंभीर, पंथ और पंजाब को समर्पित हो।
इस मौके पर राजविंदर सिंह वजीदपुर, सरबजीत सिंह कादीमाजरा, मनजीत सिंह मुड्ढों, गुरजीत सिंह शंटू, मेजर सिंह बसंतपुरा, मंदीप सिंह खिजराबाद, रविंदर सिंह पैंटा, दर्शन सिंह कंसाला, भजन सिंह शेरगिल, सुखजिंदर सिंह मुंडियां, हरबंस सिंह कंदोला, कुलविंदर सिंह सेखों, हरदीप सिंह डोड, हरजीत सिंह भी विशेष रूप से मौजूद रहे।