एस.ए.एस. नगर, 10/04/2025
कराधानआयुक्त पंजाब वरुण रुज़म और अतिरिक्त कराधान आयुक्त एच.पी.एस. घोतरा ने आज यहां एडवोकेट पी.सी. गर्ग की पुस्तक ‘जी एस टी मैनुअल’ के वर्ष 2025 संस्करण का विमोचन किया। एडवोकेट पी.सी. गर्ग द्वारा सेवानिवृत्त अतिरिक्त आयुक्त जी एस टी लविंदर जैन, सी.ए. रितेश गर्ग और सी.ए. पुनीश गर्ग के सहयोग से लिखी गई इस पुस्तक में वस्तु एवं सेवा कर (जी एस टी) से संबंधित नियमों की विस्तृत जानकारी दी गई है।
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक पी.सी. गर्ग ने बताया कि जी एस टी मैनुअल का 2025 संस्करण जी एस टी कानूनों से संबंधित एक संरचित और उपयोगकर्ता-अनुकूल जानकारी प्रस्तुत करता है, जिसमें इस कर से संबंधित अधिनियम, नियम, सूचनाएं, आदेश और विशेषज्ञों की टिप्पणियां शामिल की गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकाशन को अन्य पुस्तकों से अलग करने वाली विशेषता इसका संदर्भ देने का तरीका है, जिसके अनुसार प्रत्येक भाग में संबंधित नियमों की जानकारी के लिए स्पष्ट संदर्भ दिया गया है, जिससे पेशेवरों और संबंधित पक्षों के लिए स्पष्टता और सुविधा सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, जी एस टी प्रावधानों की व्यापक समझ को आसान बनाने के लिए प्रत्येक भाग और नियम के अंतर्गत संबंधित सूचनाएं, आदेश और विशेषज्ञों की राय प्रदान की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि यह पुस्तक मार्गदर्शक सिद्धांतों – ‘प्रामाणिकता, सरलता और किफायती’ के आधार पर तैयार की गई है, जो इसे कर पेशेवरों, कारोबारियों और नीति निर्माताओं के लिए एक विश्वसनीय और सुलभ स्रोत बनाती है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक का उद्देश्य जीएसटी कानूनों की प्रभावी समझ के लिए एक उपयुक्त संदर्भ के रूप में कार्य करना है।
कराधान आयुक्त वरुण रुज़म और अतिरिक्त कराधान आयुक्त एच.पी.एस. घोतरा ने इन लेखकों द्वारा जीएसटी से संबंधित जटिलताओं को सरल बनाने और कर विशेषज्ञों व कारोबारियों के लिए एक आवश्यक साधन प्रदान करने के प्रयास की सराहना की।
यहां उल्लेखनीय है कि लेखक पी.सी. गर्ग कर कानूनों में 47 वर्षों के अनुभव वाले एक प्रतिष्ठित वकील हैं, जो 1985 से विधिक साहित्य के क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं। उनके सह-लेखक – लविंदर जैन, सी.ए. रितेश गर्ग और सी.ए. पुनीश गर्ग – जी एस टी नियमों में व्यापक विशेषज्ञता रखते हैं, जिसकी बदौलत जी एस टी मैनुअल पेशेवरों के लिए एक आवश्यक और प्रामाणिक गाइड के रूप में कार्य करती है।