न्यूज डेस्क, 22/03/2025
पटियाला की सभ्यता
पटियाला, पंजाब का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है, जिसकी सभ्यता अपने शाही इतिहास, लोक परंपराओं और जीवंत संस्कृति के कारण विशिष्ट मानी जाती है। यह शहर न केवल अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसकी जीवनशैली, पहनावा, खान-पान और लोक कलाएँ भी इसे खास बनाती हैं।
1. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
पटियाला की स्थापना 1763 में बाबा आला सिंह द्वारा की गई थी, जो पटियाला रियासत के पहले महाराजा थे। इस रियासत का लंबे समय तक पंजाब की राजनीति, कला और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान रहा। यहाँ के शासकों ने न केवल अपने राज्य की सुरक्षा और विकास पर ध्यान दिया, बल्कि कला, संगीत और शिक्षा को भी बढ़ावा दिया।
2. जीवनशैली और पहनावा
पटियाला की सभ्यता में पारंपरिक पंजाबी पहनावे की झलक मिलती है। यहाँ के लोग शान और रौबदार अंदाज में रहना पसंद करते हैं।
- पुरुषों का पहनावा: पटियाला के पुरुष अक्सर कुर्ता-पायजामा, शाही पगड़ी और नवााबी जूती पहनते हैं।
- महिलाओं का पहनावा: महिलाओं में पटियाला सलवार, फुलकारी दुपट्टा और पारंपरिक गहने काफी प्रचलित हैं। पटियाला सलवार (ढीला और आरामदायक सलवार) पूरे पंजाब में मशहूर है।
3. खान-पान
पटियाला के लोगों की भोजन शैली शाही और जायकेदार होती है। यहाँ के खाने में पंजाबी तड़का और देसी घी की खुशबू साफ झलकती है।
- मक्खन और घी से भरपूर भोजन: सरसों दा साग और मक्की दी रोटी, छोले भटूरे, अमृतसरी कुलचे, परांठे, और पंजाबी कढ़ी यहाँ की पसंदीदा डिशेज़ हैं।
- मिठाइयाँ: पटियाला के लोगों को मीठा खाना बहुत पसंद है। रसगुल्ले, जलेबी, रबड़ी और घेवर यहाँ के खास पकवान हैं।
- पेय पदार्थ: पटियाला अपने लस्सी और पटियाला पैग (शाही अंदाज में परोसे जाने वाले ड्रिंक्स) के लिए भी जाना जाता है।
4. कला, संगीत और नृत्य
पटियाला घराना भारतीय शास्त्रीय संगीत की एक महत्वपूर्ण शैली है, जिसे यहाँ के शासकों ने प्रोत्साहित किया था। यह घराना आज भी भारतीय संगीत प्रेमियों के बीच प्रसिद्ध है।
- लोक नृत्य: भंगड़ा और गिद्धा यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं।
- लोक संगीत: पंजाबी लोकगीत, सूफी गायन और ग़ज़लें पटियाला की सभ्यता का अहम हिस्सा हैं।
5. धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल
पटियाला में कई ऐतिहासिक गुरुद्वारे, मंदिर और किले हैं, जो इसकी समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दर्शाते हैं।
- किला मुबारक: पटियाला का ऐतिहासिक किला, जो इसकी समृद्ध विरासत का प्रतीक है।
- गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब: सिख धर्म का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल।
- शाही बावली और बारादरी गार्डन: जो पटियाला की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं।
6. भाषा और बोलचाल
पटियाला के लोग मुख्य रूप से पंजाबी भाषा बोलते हैं, लेकिन यहाँ हिंदी और अंग्रेज़ी का भी प्रयोग किया जाता है। यहाँ की पंजाबी बोली में एक अलग ही ठसक और नज़ाकत होती है, जो इसे अनोखा बनाती है।
पटियाला की सभ्यता पंजाब की शाही विरासत, कला, संगीत, खान-पान और पहनावे का मिश्रण है। यह शहर अपने गौरवशाली इतिहास और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। आधुनिकता के साथ पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखना पटियाला की सबसे बड़ी खासियत है। यहाँ के लोग खुले दिल से जीते हैं और अपनी संस्कृति को गर्व से अपनाते हैं। यही वजह है कि पटियाला आज भी पंजाब के सबसे प्रतिष्ठित और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहरों में गिना जाता है।