चंडीगढ़, 13/10/2024
शिरोमणी अकाली दल ने आज आम आदमी पार्टी की सरकार को चेतावनी दी है कि वह धान का एक-एक दाना खरीदे और राज्य की मंडियों में पहुंचने वाले धान को 72 घंटों के भीतर उठाए अन्यथा उसे किसानों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लगातार आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
इस संबंधी एक फैसला लेते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की मीटिंग में लिया गया। कोर कमेटी ने कहा कि सरकार मंडियों में आने वाले धान की खरीद करने यां केंद्र सरकार के साथ तालमेल बिठाकर इसे उठाने में पूरी तरह नाकाम रही है, जिसके कारण किसान बेहद परेशान हैं। उन्होने कहा कि राज्य के इतिहास में ऐसी स्थिति पहले कभी नही देखी गई है। उन्होने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कुंभकर्णीय नीदं से जागकर किसानों को कोई परेशानी न हो यह सुनिश्चित करना चाहिए अन्यथा उन्हे पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
कोर कमेटी के फैसलों के बारे पत्रकारों को जानकारी देते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता डाॅ.दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि कोर कमेटी ने इस बात पर चिंता व्यक्त की है कि आप सरकार ने पंचायत चुनावों में लोकतंत्र की हत्या कैसे की है। उन्होने कहा कि ऐसे सैंकड़ों मामले हैं, जहां विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने से रोका गया और उन्हे वापिस लौटाया गया, उनके नामांकन पत्र छीन लिए गए यहां तक कि उन्हे रिटर्निंग अधिकारियों के कार्यालयों से दूर रखने के लिए हिंसा तक का भी इस्तेमाल किया गया। उन्होने कहा कि राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) भी सरकार के दबाव के आगे झूक गया और उसके समक्ष दायर शिकायतों पर फैसला नही कर रहा है, इसीलिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए इसे उच्च न्यायालय पर छोड़ दिया गया है। उन्होने उच्च न्यायालय के समक्ष दायर 321 याचिकाओं के संबंध में नामांकन पत्र बहाल करने के लिए हाईकोर्ट का धन्यवाद किया। उन्होने कहा कि इसके बाद राज्य चुनाव आयोग को गिददड़बाहा के 24 गांवों में चुनाव रदद करने के लिए भी मजबूर होना पड़ा, जहां विपक्षी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र अवैध रूप से रदद किए गए थे।
कोर कमेटी ने पंजाब के एडवोकेट जनरल कार्यालय पंजाबियों द्वारा दायर की गई मनमानी याचिकाओं का विरोध करके पंजाबियों के हितों के खिलाफ करने के लिए भी आपत्ति जताई। उन्होने कहा,‘‘ इससे स्पष्ट होता है कि ए.जी कार्यालय का इस्तेमाल लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने के बजाय उन्हे कुचलने के लिए किया जा रहा है। कमेटी ने पूछा कि मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होने ए.जी कार्यालय को यह निर्देश दिए हैं?’’
इस बीच एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में डाॅ. चीमा ने खुलासा किया कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष स. बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में 11 सदस्यीय कोर कमेटी श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से संपर्क करेगी और तख्त के समक्ष अकाली दल अध्यक्ष और अन्य नेताओं के खिलाफ दर्ज की गई शिकायत के संबंध में महत्वपूर्ण घटनाक्रम से अवगत कराएगी। उन्होने कहा,‘‘ अकाली दल अध्यक्ष और संबंधित नेताओं ने तख्त के समक्ष उनके खिलाफ दर्ज की गई शिकायतों के संबंध में अपना स्पष्टीकरण पहले ही सौंप दिया था। अब हम इस संबंध में जत्थेदार से मिलने का समय मांगने की प्रक्रिया में हैं। उन्होने कहा कि हमारे पास मौजूद कुछ सुचनाओं के आधार पर हम उनसे एक महत्वपूर्ण अपील करेंगें।’’
कोर कमेटी ने बटाला में पत्रकार रमेश बहल पर हुए जानलेवा हमले की निंदा करते हुए दावा किया कि यह बटाला के विधायक शैरी कलसी के इशारे पर किया गया। इसने विधायक और अन्य दोषी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की और नागरिक समाज से प्रेस की आजादी के लिए खड़े होने की अपील की है। इस अवसर पर कमेटी ने तख्त श्री पटना साहिब के पूर्व अध्यक्ष महिंदर सिंह रोमाणा और टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मीटिंग की अध्यक्षता अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ने की तथा इसमें अन्य वरिष्ठ नेता एसजीपीसी अध्यक्ष स. हरजिंदर सिंह धामी, स.गुलजार सिंह रणीके, स.महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, स.जनमेजा सिंह सेखों, स. शरनजीत सिंह ढ़िल्लों, स.हीरा सिंह गाबड़िया, स.परमजीत सिंह सरना, स.मनजीत सिंह जीके, स. इकबाल सिंह झूंदा,स. विरसा सिंह वल्टोहा, श्री एनके शर्मा, स. मंतर सिंह बराड़, स. सोहन सिंह ठंडल, स. हरमीत सिंह संधू, स. सर्बजीत सिंह झिंझर तथा स. अर्शदीप सिंह कलेर भी मौजूद थे।