चंडीगढ़ फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह ने देश के लिए कई गोल्ड मेडल जीते और अब उन्हें स्पोट्र्स जनलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) ने मरणोपरांत लीजेंडरी गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। ये मेडल दिग्गज क्रिकेटर योगराज सिंह ने उनके बेटे पद्मश्री गोल्फर जीव मिल्खा सिंह को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में सौंपा। गोल्ड मेडल देते हुए क्रिकेटर योगराज सिंह ने कहा कि वे ऑलटाइम ग्रेट एथलीट रहेंगे और उन्हें भारत रत्न जरूर दिया जाना चाहिए। एसजीएफआई ने देश के चौथे एथलीट को ये मेडल दिया। 2018 में इसकी शुरुआत हुई और अभी तक टेनिस स्टार विजय अमृतराज, दिग्गज शटलर प्रकाश पादुकोण और क्रिकेट लीजेंड सुनील गावस्कर को दिया गया है।
जीव ने कहा कि मैं आज सच में भावुक हूं और मेरे पास शब्द नहीं है। मैं खुशनसीब हूं कि मैं मिल्खा सिंह के घर पैदा हुआ। मुझसे ज्यादा लोग मेरे पिता को जानते हैं। मैं इस गोल्ड मेडल की अहमियत शब्दों में बयां नहीं कर सकता। ये हमेशा मेरे लिए खास रहेगा क्योंकि ये मैंने अपने पिता की जगह रिसीव किया है। मुझे गोल्फ की शुरुआत भी मेरे पिता ने ही कराई थी। हम बाप बेटे के रिश्ते से ज्यादा अच्छे दोस्त थे और पूरी जिंदगी ऐसे ही रहे।….वे हमेशा पिता समान रहे….
योगराज सिंह ने फिल्म में मिल्खा सिंह के कोच का रोल किया था। उन्होंने कहा कि वे एक महान खिलाड़ी हैं और रहेंगे। मेरे लिए वे पिता के समान रहे और अच्छे दोस्त की तरह भी। जब मुझे भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर किया गया तो मैं हमेशा उदास रहता था, तब मुझे मिल्खा सिंह ने सपोर्ट दिया। वे देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान के हकदार है। गौरतलब है कि मिलखा सिंह को पात्रों से सम्मानित किया गया था और उनके बेटे भी इस सम्मान को हासिल कर चुके हैं।