चंडीगढ़/10फरवरी: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज ‘‘प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से प्रतिष्ठित दिग्गज मास्टर तारा सिंह को भारत रतन सम्मान देने का जोरदार आग्रह किया है’’अकाली दल अध्यक्ष ने आज दोपहर प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में कहा,‘‘ यह सम्मान पहले से ही लंबे समय से लंबित है और इस गलती को सुधारने और मास्टरजी को देश का सर्वोच्च सम्मान देकर उनके कर्ज को स्वीकार किया जाना चाहिए’’सरदार बादल ने मास्टर तारा सिंह का जिक्र करते हुए कहा,‘‘हमारी आजादी के लिए वर्तमान भारत में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित पश्चिमी पंजाब को बनाए रखने में मास्टर तारा सिंह के योगदान को अद्धितीय और निर्णायक बताया। उन्होने कहा कि इस भौगोलिक पुल के बिना कश्मीर भी हमारे पश्चिमी पड़ोसियों के लालच का शिकार हो सकता था’’।
सरदार बादल ने कहा,‘‘ अगर कोई भारतीय जो वास्तव में भारत रत्न का हकदार है तो वह मास्टर तारा सिंह जी हैं’’अकाली दल अध्यक्ष ने याद किया कि कैसे मास्टर तारा सिंह जी ने ‘‘ विभाजन से ठीक पहले के दिनों में तत्कालीन संयुक्त पंजाब के पश्चिमी छोर से लेकर दिल्ली तक के क्षेत्रों को भारत का हिस्सा बनाए रखने के लिए अकेले लड़ाई लड़ी थी। इस क्षेत्र पर श्री जिन्न्ाा की लालची नजरें थी वह चाहते थे कि पूरा पंजाब पाकिस्तान में चला जाए’’। उन्होने कहा,‘‘ मास्टरजी के निडर और सफल संघर्ष के बिना कश्मीर कभी भी भारत का हिस्सा नही बन पाता , क्योंकि देश के साथ इसका एकमात्र जमीन संपर्क भी टूट गया होता। उन्होने कहा कि पंजाब मुख्य भूमि और हमारे उत्तरी राज्य के बीच भौगोलिक पुल का काम करता है’’।
सरदार बादल ने तत्कालीन कांग्रेसी नेताओं की निंदा करते हुए कहा, ‘‘ अगर उन दिनों के कांग्रेसी नेताओं ने मास्टरजी के आहवाहन पर ध्यान दिया होता तो हमारा पंजाब और भारत महाराजा रंजीत सिंह की राजधानी लाहौर से आगे बढ़ गया होता और हमारे पवित्र धार्मिक स्थानों से अलग नही होते, जिसमें गुरुद्वारा ननकाना साहिब करतारपुर साहिब शामिल है’’पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘मास्टरजी अपने युग के सबसे बड़े नेता और सर्वकालिक महान लोगों में से एक थे’’। भारत पर मास्टरजी का बहुत बड़ा कर्जा है। यह एक ऐसा सम्मान है जिसका काफी समय से इंतजार किया जा रहा है, और अब समय आ गया है कि इस गलती को सुधारा जाए और मास्टरजी को सर्वोच्च सम्मान देकर उनके कर्ज को स्वीकार किया जाए।