एस.ए.एस नगर, 13/10/2024
खेतों में आग लगने की घटनाओं में हुई वृद्धि को देखते हुए, उपायुक्त आशिका जैन ने आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नियुक्त अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई।
सभी हितधारकों को एक कड़ा संकेत देते हुए, उपायुक्त ने कहा कि अब से, ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले नोडल अधिकारियों और संबंधित एस एच ओ/बीट अधिकारी के ख़िलाफ़ वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (एन सी आर और आसपास के क्षेत्रों) के हालिया निर्देशों के अनुसार अदालत में केस दायर किए जाएँगे। आयोग ने 10 अक्टूबर, 2024 को जारी अपने आदेश में कहा है, “धारा एल4(2) के तहत आयोग को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के एनसीआर क्षेत्रों और दिल्ली के एनसीटी में उपायुक्तों/जिला कलेक्टरों/जिला मजिस्ट्रेटों को अपने संबंधित क्षेत्राधिकार में धान की पराली जलाने के उन्मूलन को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी प्रवर्तन के लिए विभिन्न स्तरों पर जिम्मेदार नोडल अधिकारियों और पर्यवेक्षी अधिकारियों और स्टेशन हाउस अधिकारियों सहित अधिकारियों के संबंध में निष्क्रियता के मामले में क्षेत्राधिकार न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायत/अभियोजन दायर करने के लिए अधिकृत किया जाता है।”
उपायुक्त ने कल हुई खेत में आग की घटनाओं की घटना-वार समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी ओर से कर्तव्य में अनिच्छा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों सहित सभी जिम्मेदार व्यक्तियों को सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय हरित अधिकरण और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के उल्लंघन पर जवाब दाखिल करना होगा। उन्होंने कहा कि सब्सिडी वाली पराली प्रबंधन मशीनरी का प्रबंध होने के बावजूद पराली जलाने की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती। एस डी एमज़ को किसानों तक इन मशीनों की पहुंच बढ़ाने के निर्देश देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि खेतों में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए सभी नोडल अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहना चाहिए।
डिप्टी कमिश्नर ने सीनियर पुलिस अधीक्षक से फील्ड पुलिस अधिकारियों को और अधिक मेहनत से काम करने के लिए सक्रिय करने का आग्रह किया। उन्होंने एस एस पी से खेत मालिकों के प्रतिरोध को रोकने के लिए आग की लपटों को बुझाने के लिए तैनात फायर टेंडरों के साथ पुलिस कर्मियों को तैनात करने का भी अनुरोध किया। एस एस पी, एस ए एस नगर दीपक पारीक ने फील्ड पुलिस अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी का डिप्टी कमिश्नर को आश्वासन देते हुए कहा कि एस एच ओ और बीट अधिकारियों को तुरंत निर्देश दिए जाएंगे और चेतावनी दी जाएगी कि वे जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ समन्वय में काम करें ताकि आग लगने की घटनाओं की रोकथाम सुनिश्चित हो सके।
बैठक में ए डी सी (जनरल) विराज एस तिड़के, ए डी सी (विकास) सोनम चौधरी, एस पी (ग्रामीण) मनप्रीत सिंह, एस पी (शहरी) हरवीर सिंह अटवाल, एस डी एम मोहाली दमनदीप कौर, एस डी एम डेराबस्सी अमित गुप्ता, एस डी एम खरड़ गुरमंदर सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार (सहकारी सभाएं) गुरबीर सिंह ढिल्लों, कार्यकारी अभियंता पी पी सी बी रणतेज शर्मा और मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरमेल सिंह व अन्य शामिल थे।